सामुदायिक नर्सरी विकास योजना में धान के बीज पर शत प्रतिशत अनुदान
पैदावार को बढ़ाने के लिए तथा कृषि रोड मैप के अधीन राज्य में गुणवत्तायुक्त उत्तम किस्म के धान के बीज के उत्पादन तथा इसकी उपलब्धता समय पर सुनिश्चित करने के लिए खरीफ मौसम में धान की सामुदायिक नर्सरी तैयार की जा सकती है | धान की नर्सरी में तैयार बिछड़ों को इच्छुक जरुरतमंदों कृषकों के बीच नि:शुल्क वितरण (शत प्रतिशत अनुदान पर) या अर्ध सब्सिडी पर राज्यों की अलग – अलग सरकार धान की बीज दे रही है | इसको ध्यान में रखते हुये बिहार राज्य सरकार ने अपने प्रदेश के किसानों को शत प्रतिशत अनुदान के आधार पर धान बीज दे रही है | इसकी पूरी जानकारी किसान समाधान लेकर आया है |
योजना क्या है ?
बिहार कृषि विभाग ने वर्ष 2019 – 20 में राज्य योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम में कुल 917.342 लाख रूपये की लागत से 52300 एकड़ में धान की सामुदायिक नर्सरी विकास योजना का कार्यन्वयन किया जा रहा है |
योजना का लाभ लेने के लिए नियम और शर्ते इस प्रकार है
यह योजना सामुदायिक नर्सरी विकास क्लस्टर में किया जाएगा तथा एक क्लस्टर का न्यूनतम रकबा 5 (पांच) एकड़ होगा | एक कृषक को अधिकतम एक हेक्टेयर (2.5 एकड़) में धान रोपणी हेतु बिछड़ा उपलब्ध कराया जा सकेगा | नर्सरी स्थल के चयन में इच्छुक लघु एवं सीमांत कृषकों के समूह को प्राथमिकता दी जायेगी | लक्ष्य शेष रहने पर लघु एवं सीमांत कृषक को वरीयता दी जाएगी तथा अंत में शेष लक्ष्य माध्यम एवं बड़े कृषक से पूरा किया जा सकेगा |
कौन सा बीज मिलेगा ?
बीज का चयन स्थानीय स्तर पर कृषि अधिकारी , ब्लाक अधिकारी तथा कृषि विद्यालय के अनुसार रहेगा | इसके अलावा किसान के पसंद या न पसंद का भी ध्यान रखा जायेगा | इसका मतलब यह हुआ की किसान को बीज वहां के परिस्थिति के अनुसार दिया जायेगा | जिससे जलवायु तथा मिट्टी के उपयुक्त हो सके और अच्छी उत्पादन दे सकते |