किसानों का “गाँव बंद” आन्दोलन शुरू
मध्य प्रदेश के मंदसौर हिंसा की पहली बरसी पर देश के कई राज्यों के किसानों ने आज से 10 दिन का ‘गांव बंद’ विरोध प्रदर्शन 1 जून से शुरू हो गया है | देशभर के कई किसान संगठनों ने लंबे समय से अपनी मांगों को नहीं माने जाने के विरोध में बंद बुलाया है | इस बंद में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों के किसान शामिल हैं | इनकी मुख्य मांग है कि इनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य इन्हें दिया जाए, साथ ही फलों और सब्ज़ियों का भी न्यूनतम मूल्य तय किया जाए, किसान लंबे समय से दूध की न्यूनतम क़ीमत 27 रुपये लीटर करने की भी मांग कर रहे हैं |
इस आंदोलन का सुबह से मिला-जुला असर नजर आ रहा है, वहीं पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। राजधानी भोपाल से लेकर मंदसौर और प्रदेश के अन्य हिस्सों में शुक्रवार को किसानों के आंदोलन का मिला-जुला असर नजर आ रहा है | दूध की आपूर्ति पर असर हुआ है, तो सब्जियां मंडियों तक आसानी से नहीं पहुंची हैं. यही कारण है कि सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं पुणे के पास खेड शिवापुर, मनमाड और विसापुर में किसानो ने दूध को सड़कों पर फेंककर आंदोलन किया जा रहा है | उत्तर प्रदेश के संभल में किसानों ने कर्जमाफी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू कराने को लेकर 10 दिनों की हड़ताल ‘किसान अवकाश’ शुरू किया।
Punjab: Farmers in Faridkot thold back supplies like vegetable, fruits and milk from being supplied to cities, demanding farmer loan waiver and implementation of Swaminathan commission (Earlier visuals) pic.twitter.com/P4Zl0Y8lX1
— ANI (@ANI) June 1, 2018
किसान सभा के नेता अशोक ढवले के मुताबिक आज सभी किसान अपनी अपनी तहसील कार्यालय का घेराव करेंगे | अगर फिर भी सरकार की नींद नही खुली तो सभी सामान विचार वाले संगठनों को साथ लेकर आंदोलन और तीव्र किया जाएगा |
Sambhal: Farmers begin on 10-days’ strike ‘Kisan Avkash’ demanding loan waiver and implementation of Swaminathan commission pic.twitter.com/wMYpKQfV4X
— ANI UP (@ANINewsUP) June 1, 2018